हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अफ्रीकी अध्ययन केंद्र में तबलीग विभाग के प्रमुख मुस्लिम अलजाबारी ने कहा हमारा यह मार्च लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किया गया हैं।
इश्क हुसैनी के तहत हमारा एक उद्देश्य पवित्र कुरआन और अहलेबैत अ.स. विशेष रूप से हज़रत ज़माना अ.स. के साथ हमारी वाचा को नवीनीकृत करना है, और हमारा दूसरा उद्देश्य कुरान की पवित्रता को बाकी रखना,
अलजाबारी ने कहा कि अफ्रीकी छात्र संगठन विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें 27 देश शामिल हैं विशेष रूप से तंजानिया, नाइजीरिया, बुरुंडी, घाना, मेडागास्कर, सेनेगल, आइवरी कोस्ट, केन्या और बुर्किना फासो सहित देशों के छात्र मौजूद हैं।
अफ्रीकी देश घाना से शेख मुहम्मद ईसा ने इस मार्च में भाग लिया और उतबाए अलाविया को धन्यवाद दिया और कहा कुरआन ईश्वर का चमत्कार है और यह न्याय के दिन तक चमत्कार ही रहेगा हम इस्लाम के लिए अपने समर्थन की घोषणा करते हैं, जो कि सभी मुसलमानों के लिए जीवन का कानून हैं।